Thursday, January 14, 2010


Tumhara Naam Sunte Hi Bahut Kuchh Yaad Aata HaI..
Khushi Me Guzra Hua Ek Zamana Yaad Aata Hai ..

Itna Door Ho Gaya Hu. Tumhe Bula Bhi Nahi Sakta ……
Aankhe Bandh Karte Hi Tumhara Chehra Yaad Aata Hai …

Kaise Bhuladu Tumhe Ab Tum Hi Batado Sanam …….
Kiya Tha Kabhi Jo Tumse Wo Wada Yaad Aata Hai ..

Kabhi Jaker Sagar Kinare Banaya Tha Jo Ghar Humne..
Aaj Toota Hua Ret Ka Wo Mahel Yaad Aata Hai ..

Kabhi Socha Na Tha Maine Hum Yu Bichhad Jayenge..
Bachpan Ka Wo Roothna Wo Manana Yaad Aata Hai ..

Char Pal Wo Zindagi Ke Wo Mehfilo Ki Roshni…
Deepak Ke Ujale Me Bhi Gum Ka Andhera Yaad Aata Hai….

Ab To Is Tanhayi Me Ghoont Ke Mar Jayenge Hum..
Hum Se Wo Chhoota Hua Tumhara Daman Yaad Aata Hai …

Aankhse Nikal Pade Hai Aansoo Hath Bi Ab Thum Gaye Hai..
Mai Poochht Hu Apne Apse Aur Kya Kya Yaad Aata Hai ..

Monday, January 4, 2010

मत इंतज़ार कराओ हमे इतना
कि वक़्त के फैसले पर अफ़सोस हो जाये
क्या पता कल तुम लौटकर आओ
और हम खामोश हो जाएँ
दूरियों से फर्क पड़ता नहीं
बात तो दिलों कि नज़दीकियों से होती है
दोस्ती तो कुछ आप जैसो से है
वरना मुलाकात तो जाने कितनों से होती है

दिल से खेलना हमे आता नहीं
इसलिये इश्क की बाजी हम हार गए
शायद मेरी जिन्दगी से बहुत प्यार था उन्हें
इसलिये मुझे जिंदा ही मार गए
मना लूँगा आपको रुठकर तो देखो,
जोड़ लूँगा आपको टूटकर तो देखो।
नादाँ हूँ पर इतना भी नहीं ,
थाम लूँगा आपको छूट कर तो देखो।
लोग मोहब्बत को खुदा का नाम देते है,
कोई करता है तो इल्जाम देते है।
कहते है पत्थर दिल रोया नही करते,
और पत्थर के रोने को झरने का नाम देते है।
भीगी आँखों से मुस्कराने में मज़ा और है,
हसते हँसते पलके भीगने में मज़ा और है,
बात कहके तो कोई भी समझलेता है,
पर खामोशी कोई समझे तो मज़ा और है!
मुस्कराना ही ख़ुशी नहीं होती,
उम्र बिताना ही ज़िन्दगी नहीं होती,
दोस्त को रोज याद करना पड़ता है,
क्योकि दोस्त कहना ही दोस्ती नहीं होती

Saturday, December 26, 2009



कब मिलन होता है यहा ,
बिस्चोह ही होता है यहाँ ,
गर तन - मन भी जलाए ,
अंधकार ही होता है यहाँ !
सांझ फिरे ढूदे सवेरा ,
समागम नही होता यहाँ ,
हर जवाँ सपने तरफ़्ते है ,
कौन हमदर्द होता है यहाँ !
ये दुनिया का दस्तूर है "अंजान"
कौन आबाद होता है यहाँ !

Tuesday, November 10, 2009

तो बात बने
आज कोई पास बिठा ले तो बात बने ,
दर्द इस दिल का चुरा ले तो बात बने ,
कोई तो लेकर गम इक पल की खुशी दे देता ,
आज कोई हम को हसा दे तो बात बने !
कोई तो कहता इस ना समझ जमाने से ,
नाम गर मिट गया हमारा अफ़साने से ,
ढ़ूंढ कर यह जमाना "अंजान" को ला पाएगा ,
आज कोई हम को मिटा दे तो बात बने !



Wednesday, November 4, 2009

मुहब्बत


करके टुकरे जिगर के अश्कों की बोसार करते हैं ,
इस तरह देखिय हम आप से प्यार करते है !
राहे वफ़ा में मिलती है फकत बवफ़ाई रुसवाई ,
मुहब्बत पर मिट जाने का लोग वायदा सौ बार करते हैं !
बेवफा हो सनम तो माना किस्मत की बात हैं ,
बे-वफ़ा से भी देखिय लोग टूट कर प्यार करते हैं !
आने का उन का भरम ही रहे तो इतना है काफ़ी ,
कब्र में रह कर भी देखिय लोग इंतजार करते हैं !
ये क़हसी बला हैं भला मुहब्बत भी "अंजान" ,
क्यों इस तरह बेवज़ह लोग मिटने को तय्यार रहते हैं !